एप्पल का एक पेटेंट आवेदन सामने आया है, जिससे पता चलता है कि कंपनी एक सुव्यवस्थित आभासी वास्तविकता (वीआर) प्रणाली विकसित कर रही है, जिसका प्रयोग सेल्फ ड्राइविंग कारों में मोशन सिकनेस से बचाने के लिए किया जा सकता है। पेटेंटली एप्पल की रिपोर्ट में शुक्रवार को कहा गया है कि अमेरिकी पेटेंट और ट्रेडमार्क कार्यालय द्वारा प्रकाशित पेटेंट के मुताबिक, प्रौद्योगिकी दिग्गज ने एक अच्छी वीआर प्रणाली विकसित कर ली है, जिसका प्रयोग ‘सेल्फ ड्राइविंग’ कारों में कर सकेंगे, जहां सभी यात्री होंगे और कोई ड्राइवर नहीं होगा।
पेटेंट आवेदन में बताया गया है कि इस प्रणाली में वीआर हेडसेट शामिल हो सकता है, जो वाहन की आंतरिक दीवारों पर चित्र प्रदर्शित करेगा।
एनगैजेट के मुताबिक, मोशन सिकनेस के संबंध में इस प्रणाली में कई सेंसर लगाए गए हैं, जो यात्रियों की निगरानी कर सकते हैं और जांच सकते हैं कि कहीं वे बीमार होना तो नहीं महसूस कर रहे हैं।
ये सेंसर पसीने, धड़कन, कुलबुलाहट और घबराहट को भांप सकते हैं। उसके बाद जैसे ही यात्री में मोशन सिकनेस के लक्षण दिखने शुरू होंगे तो उस वीआर अनुभव को मोशन सिकनेस प्रतिक्रिया को कम करने के लिए समायोजित किया जा सकेगा।