भारत स्मार्टफोन के लिहाज से बहुत बड़ा मार्केट है इसलिए विश्व के सभी ब्रांड्स भारतीय बाजार में अपनी पकड़ मजबूत कर रहे हैं। एक वक्त था जब भारतीय स्मार्टफोन बाजार पर नोकिया का कब्जा था। उसके बाद साउथ कोरिया की कंपनी सैमसंग ने अपना दबदबा बनाया। नोकिया रेस से बाहर हो गई और उस दौरान कुछ समय के लिए देशी ब्रांड माइक्रोमैक्स बाजार में आई। लेकिन, वह ज्यादा वक्त तक सैमसंग के सामने नहीं टिक पाई। इसी दौरान चाइनीज ब्रांड शाओमी ने भारतीय बाजार में कदम रखा। सालों तक सैमसंग मार्केट लीडर बनी रही, लेकिन 2018 आते-आते तक स्थिति पूरी तरह बदल गई।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2018 में भारतीय स्मार्टफोन बाजार में चीनी ब्रांड शाओमी (Xiaomi) 28.9 फीसदी की बाजार हिस्सेदारी के साथ अग्रणी बना रहा. इसके बाद 22.4 फीसदी के साथ दक्षिण कोरियाई ब्रांड सैमसंग (SAMSUNG) और 10 फीसदी हिस्सेदारी के साथ वीवो (Vivo) तीसरे स्थान पर रहा। इंटरनेशनल डाटा कॉर्पोरेशन (आईडीसी) की एक रिपोर्ट में मंगलवार को यह जानकारी दी गई।
आईडीसी इंडिया, क्लाइंट डिवाइसेज की एसोसिएट रिसर्च मैनेजर उपासना जोशी ने कहा, “2018 में प्रीमियम स्मार्ट फोन का बाजार अन्य सभी प्राइस सेगमेंट से आगे रहा और साल दर साल आधार पर 43.9 फीसदी बढ़ा, जिसमें 500 से 700 डॉलर के प्राइस सेगमेंट में वनप्लस सबसे आगे रहा जबकि सैमसंग ने अपने गैलेक्सी एस9 सीरीज के साथ एप्पल को पीछे छोड़ दिया।
रिपोर्ट के अनुसार, ऑनलाइन केंद्रित ब्रांडों की हिस्सेदारी 2018 में अब तक सबसे उच्च स्तर पर 38.4 फीसदी रही और यह 2018 की चौथी तिमाही में 42.2 फीसदी रही, जबकि ऑफलाइन माध्यम में वार्षिक वृद्धि 6.7 फीसदी रही और चौथी तिमाही में इसकी वृद्धि दर 5 फीसदी रही।